मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (FLN) के अंतर्गत प्राथमिक शालाओं में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों का ऑफलाइन प्रशिक्षण प्रारंभ

 मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता  (FLN) के अंतर्गत प्राथमिक शालाओं में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों का ऑफलाइन प्रशिक्षण प्रारंभ       

कांसाबेल: नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर शिक्षा विभाग इस बार कमर कस लिया है। जिले के विकासखंड कांसाबेल अंतर्गत तीनों जोन के शिक्षकों का एफ.एल.एन.अंतर्गत शिक्षकों का चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण के प्रथम चरण का प्रारंभ सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री गोपाल राम जी  विकासखंड स्त्रोत केंद्र समन्वयक श्री राजेंद्र चौहान एवं बी.आर.सी. लेखापाल श्री सुखीराम साहू  जी के   गरिमामयी उपस्थिति में प्रारंभ हुआ।


उद्घाटन सत्र में सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने  शिक्षकों को प्रेरित करते हुए  अपने संबोधन में  कहा कि कक्षा 1 ली से 3री तक के सभी बच्चों को 2025-26 तक   बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता ज्ञान में दक्ष करना है । एस.सी.ई.आर.टी के द्वारा आयोजित यह  प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस प्रशिक्षण में सभी शिक्षकों को गंभीरता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए अपने-अपने शालाओं में FLN की दक्षताओं को शत प्रतिशत हासिल कराने के लिए ईमानदारी पूर्वक काम करना है तथा इस  पद्धति के अनुसार शिक्षण कार्य करते हुए बच्चों में दक्षता लाना है ।

बी.आर.सी. श्री राजेन्द्र चौहान ने  शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत निपुन भारत भी एक मिशन के रूप में कार्य कर रहा है । इसी का यह प्रशिक्षण भी एक हिस्सा है।हमें अपने बच्चों को शत प्रतिशत  FLN  के दक्षता को प्राप्त कराने के लिए  कार्य करना है।  उन्होंने सभी शिक्षकों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने की शुभकामनाएं दी ।

आज के  प्रशिक्षण "FLN प्रशिक्षण जोन क्र.01 कांसाबेल " के तीनों DRG श्री गुलशन तिर्की ,गणेश चौहान एवं मनोज चौहान के द्वारा NCF _FS 2022 अंतर्गत भाषा शिक्षण के लिए सुझाए गए संतुलित भाषा शिक्षण पद्धति  ,4 ब्लॉक मॉडल और शिक्षण की रणनीतियां ,भाषा की अभ्यास पुस्तिका पाठ्यपुस्तक एवं शिक्षक संदर्शिका  से परिचय ,उपयोग करने की रणनीतियां एवं आपसी सामन्जस्य  से  कक्षाओं में कार्य करने तथा तथा मौखिक भाषा विकास के बारे में समझ बनाने के लि ए  समूह के रुप में गतिविधियों के माध्यम से  आपस में चर्चा एवं गतिविधि के माध्यम से समझने का कार्य किया गया ।प्रशिक्षण का प्रथम दिवस बहुत ही सार्थक एवं प्रभावी रहा ।

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