*ज्योति कि ज्योत से राष्ट्रीय स्तर पर चमक उठा जशपुर*
अपना भारत विविध संस्कृति का देश है पुरातन काल में अपना भारत देश विश्व गुरु के नाम से विख्यात था आज एक कदम जशपुर की बेटी ज्योति ने बढ़ाकर अपने राज्य छत्तीसगढ़ का नाम शिक्षा के क्षेत्र में परचम लहराई है । देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के लिए नवाचारी गतिविधि पर आधारित सम्मान प्रतिवर्ष जनवरी माह में दिया जाता है ।जिसमें देश के चुनिंदा शिक्षकों को यह सम्मान प्राप्त होता है जो कि 28 जनवरी को जशपुर की श्रीमती ज्योति शाहनी बाघव को भी प्राप्त हुआ। कुछ कारणों से ज्योति शाहनी इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए रायपुर नहीं जा पाई, तो यह पुरस्कार उन्हें पोस्ट द्वारा भेजा गया। ज्योति अपने शाला में नवाचारी गतिविधियों के लिए भी काफी सक्रिय रहती हैं ।
ज्योति लगभग दस साल शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बघिमा में कार्यरत थी। जहां शाला के प्रधान पाठक अनिरुद्ध कुमार टोप्पो के मार्गदर्शन में बालिका शिक्षा पर आधारित नृत्य नाटिका में ज्योति शाहनी ने शिक्षिका सीमा गुप्ता के साथ निर्देशक की भूमिका निभाते हुए संकुल स्तर,विकासखंड स्तर और फिर जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया था। वर्तमान में ज्योति शाहनी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला लोदाम में सात सालों से कार्यरत है। यहां भी उनके द्वारा विभिन्न नवाचारी गतिविधियां की जाती रहती हैं जिनमें से प्रमुख है नवाचार के लिए ठोस ,द्रव्य, गैस को संकेत के माध्यम से बच्चों के साथ क्रियात्मक ढंग से एक्ट करनाऔर समझाना, अंकुरण के लिए बच्चों को वास्तविक बीज का रोपण कर उनके साथ उसकी देखरेख करना, हृदय की क्रिया विधि को एक साथ सभी को एक्ट के माध्यम से समझाना,
पालक संपर्क के द्वारा उनके साथ गतिविधियों को देखना और उन्हें भी बताना इस तरह की गतिविधियां ज्योति साहनी के द्वारा उनके वर्तमान प्रधान पाठिका कांति तिर्की के मार्गदर्शन में की जाती रहती है। यह नवाचारी पुरस्कार प्रत्येक विकासखण्ड में एक शिक्षक को दिया जाता है जो की बहुत ही सम्मानजनक होता है। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला लोदाम की प्रधान पाठिका कांति तिर्की ने कहा विद्यालय से वेद राम यादव को कबाड़ से जुगाड़ द्वारा टी एल एम के निर्माण के लिए जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
साथ ही विद्यालय की शिक्षिका सीमा प्रधान के द्वारा भी विज्ञान में कई तरह की गतिविधियां कराई जाती रहती है और अब उनके विद्यालय की ज्योति शाहनी को राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान मिलने पर वह बहुत खुश हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी उन्हें ज्योति से काफी उम्मीदें हैं। बच्चे ज्योति के साथ काफी खुश रहते हैं और उनके द्वारा किए जा रहे नवाचारी प्रयोग से बहुत जल्द सीखते भी है। ज्योति महिलाqओं के सक्रिय समूह सजल से भी जुड़ी हुई है जिसमें उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के समाज सेवा के कार्य भी किए जाते हैं।
कौन हैं ज्योति साहनी?
नाम :ज्योति शाहनी बघाव
पद :शिक्षक
स्कूल पूर्व माध्यमिक शाला लोदाम
व्यावसायिक शिक्षा B.Ed
एम.ए. अर्थशास्त्र
रुचि विषय :विज्ञान
इनको
क्रियात्मक कार्यों के द्वारा बच्चों को बहुत ज्यादा विषय पर विचार करने हेतु प्रेरित करना बहुत अच्छा लगता है समय-समय पर स्रोत के रूप में मास्टर ट्रेनर बनना और बहुत सारे नए-नए गतिविधियों में शामिल होना भी बहुत अच्छा लगता है कई गतिविधियों में मास्टर ट्रेनर के द्वारा अपना कार्य क्षेत्र में शिक्षकों के साथ भी कार्य किया और छात्रों के साथ भी कार्य करते रहना अच्छा लगता है नई शिक्षा नीति में विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर ज्यादा बल देना यह उद्देश्य के साथ आगे बढ़ना बहुत ही अच्छा लगता है क्योंकि आज के दौर पर बहुत ज्यादा टेक्निकल लोगों को होना चाहिए और विज्ञान को बहुत उच्च स्तर का विषय होने के कारण इसकी समझ बहुत अच्छी होनी चाहिए शुरू से जिसके लिए क्रियात्मक कार्य के द्वारा ही यह संभव है प्रयोग विज्ञान के सबसे बड़ी आधार है और उसमें परिणाम आने को बाहर के प्रयोग के बाद ही आता है पर जब आता है तो वह स्पष्ट निष्कर्ष पर रहता है आने वाले समय में जशपुर जिला शिक्षा के क्षेत्र अग्रणी स्थान रखेगा,जशपुर जिला में हजारों शिक्षक कार्यरत हैं जो उत्कृष्टता की शिखर को उतरोतर गति दे रहा है।