मुकेश कुमार छत्तीसगढ़ राज भाषा आयोग के बैठक में 24 जुलाई को जिला जशपुर का प्रतिनिधित्व करेंगे रायपुर में...
मुकेश कुमार जिला समन्वयक
(सादरी, लरिया, छत्तीसगढ़ी बोली)
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला जशपुर
*छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला जशपुर की टीम राजधानी रायपुर के बैठक में होंगे शामिल*
संस्कृति मंत्री माननीय अमरजीत भगत के निर्देशानुसारछत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग ने दिनांक 24/07/2021 दिन शनिवार को प्रदेश के सभी जिलों के जिला समन्वयक एवं वरिष्ठ साहित्यकारों का बैठक राजधानी रायपुर में आयोजित किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला जशपुर से जिला समन्वयक श्री मुकेश कुमार जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे,उनके साथ में छत्तीसगढ़ी भाषा जिला सह समन्वयक श्रीमती सरस्वती चौहान, कुडूख भाषा जिला सह समन्वयक श्रीमती कोलेता तिग्गा बैठक में शामिल होंगी। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला जशपुर अपनी सादरी बोली , संस्कृति, लरिया बोली , संस्कृति एवम कुडुख बोली ,संस्कृति को आयोग के पटल पर रखेगी, जिससे अपनी परंपरा एवम संस्कृति को छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ समानता दिखा सके। जशपुर की टीम शुक्रवार संध्या राजधानी रायपुर के लिए रवाना होगी।
श्रीमती कोलेता तिग्गा
कुडुख बोली जिला सह समन्वयक
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला जशपुर
*आइए जानते हैं,छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के बारे में*
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का गठन का विधेयक 28 नवंबर 2007 को छत्तीसगढ़ विधान सभा द्वारा पारित किया गया था। इसलिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रतिवर्ष 28 नवंबर को राजभाषा दिवस रूप में मनाया जाता है।
राज भाषा आयोग अपने छत्तीसगढ़ी बोली के अन्य विभिन्न रूप जैसे सादरी,लारिया, कुडुख आदि बोलियों की संस्कृति, परंपरा,रीति रिवाज, शब्दकोश, को संरक्षित करने का कार्य करती है। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग की *माई कोठी योजना* इस योजना का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग में छत्तीसगढ़ी या छत्तीसगढ़ी से संबंधित किसी भी भाषा की पुस्तकों का क्रय कर संग्रहित करने की योजना है।
दूसरा *बिजहा योजना* छत्तीसगढ़ी तथा इसके उपबोली ,सादरी,लरिया, कुडुख के लुप्त होते शब्दों को संग्रहित करने हेतु इस योजना को प्रारंभ की गई है,जिसका उद्देश्य प्रचलन से बाहर हो रहे सभी शब्दों को संग्रह करने एवं प्रचलन में लाने की योजना है।
श्रीमती सरस्वती चौहान
छत्तीसगढ़ी बोली जिला सह समन्वयक
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग जिला जशपुर
राजभाषा आयोग के प्रमुख कदम हैं।
1.छत्तीसगढ़ी भाषा को लोकप्रिय बनाने के राजा काज के दिशा में इसके लिए कार्य किया गया।
2. गुरतुर गोठ नाम की छत्तीसगढ़ी वेब पत्रिका के संपादक संजीव ने छत्तीसगढ़ी में की बोर्ड बनाने में गूगल को सहयोग दिया।
3.पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्व विद्यालय में छत्तीसगढ़ी भाषा में पी.जी. डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ किया गया।
4.कुशा भाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवम जनसंचार वि. वि. में छत्तीसगढ़ी पाठयक्रम चालू करने की घोषणा की गई।
5.राजभाषा अधिनियम की धारा 7 में उच्च न्यायालय के फैसलों में हिंदी या अन्य राजभाषाओं के वैकल्पिक उपयोग का प्रावधान है।
*छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के उद्देश्य और लक्ष्य*
1.राजभाषा को सविधान की आठवीं अनुसूची में दर्जा दिलाना।
2.छत्तीसगढ़ी भाषा को राजकाज की भाषा के उपयोग में लाना।
3.त्रिभाषायी भाषा के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल करना।
जिला टीम से श्री मिलन मलरीहा वरिष्ट साहित्यकार, जिला सह समन्वयक कु. सरिता लहरे,जशपुर ब्लॉक समन्वयक श्री पुष्पेंद्र शुक्ला,फरसाबहार ब्लॉक समन्वयक श्रीमती ममता चौहान, कुडुख भाषा सह समन्वयक श्रीमती हरमनी भगत, सादरी साहित्य के प्रमुख सदस्य श्री राजन श्री बड़ाइक,छत्तीसगढ़ी साहित्यकार श्री राजेंद्र कुमार प्रेमी, सादरी साहित्य के उम्दा गायक श्री राहुल दास,श्रीमती मित्री देवी, एवम सदस्य श्री राजकुमार चौहान,श्री दिलेश्वर जी,श्री सुकर साय जी एवं सभी सदस्यों ने हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किए हैं।


